सूर्य

6 August, 2017
सूर्य

सूर्य 

सूर्य की बात करे तो यह प्रकाश है यह प्रकाश देता है इसके उदय होने पर अंधकार मिट जाता है और देखते हम आंख से ही है आंखे बंद हो तो अंधेरा ही होता है तो यह आंख का प्रतिनिधि करता है जब यह 2 , 6 , 12 भाव मे शत्रु राशि मे हो , मंगल , शनि जैसे पाप ग्रहों के प्रभाव में होतो , दृष्टि हीनता देता है यही सूर्य अगर 8 भाव मे शत्रु राशि मे हो तो , पिता की आंखों को कष्ट देता है क्योंकि 8 स्थान जो कि नवम से 12 है आंखों का है पिता का , सब ग्रहो में यह राजा है तो जब इसके प्रतिनिधितव की बात करे तो राज्य , govt , नवाब, बड़े ज़मीदार, आदि का प्रतिनिधि करता है यह यदि राज्य स्थान , 2 और 10 या राज्य कृपा भाव 9 का स्वामी होकर बलबान होतो मनुष्य को राज्य और अधिकार देता है सूर्य अपने आकार में बहुत बड़ा यदि यह बलबान होकर , धन का स्वामी हो तो , बहुत धन देता है , 3 का स्वामी होकर बलबान हो तो , प्रतिष्टित बनाता है बड़े मित्र बनाता है , 4 का स्वामी होकर बलबान हो तो बड़ा घर , रोशनी वाला देता है 5 का स्वामी होकर बलबान हो तो ऐसे जातक के पुत्र संसार मे बहुत उनत्ति करते है 6 का स्वामी होकर बलबान हो तो जातक बहुत बलसाली होता है 7 भाव का स्वामी होकर बलबान हो तो , जातक का विवाह उच्च घराने में होता है , 8 भाव का स्वामी होकर बलबान हो तो बहुत लंबी आयु देता है , 9 स्थान का स्वामी होकर बलबान हो तो , धर्म का ज्ञान , उच्च अधिकारी , और सात्विक बनाता है , 10 भाव का स्वामी होकर बलबान हो तो , शुभ और महान कर्म करने वाला होता है 11 भाव का स्वामी होकर बलबान हो तो , राज्य देता है 12 भाव का स्वामी होकर बलबान हो तो जहाँ अपना प्रभाव डालता है उस भाव सम्बदी चीजो से मनुष्य को अलग कर देता है जैसे सप्तम भाव पर हो तो पत्नी से विछोह आदि  होता है|



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